Thursday, December 15, 2011

इंटरनेट यूजर हैं तो जरा गौर से इस खबर को पढ़ें, वरना अगला 'शिकार' आप होंगे!


रायपुर/कांकेर। इंटरनेट से सुविधाएं तो बढ़ी हैं साथ ही इसके माध्यम से कुछ लोग रैकेट बनाकर लोगों को ठग रहे हैं। लुभावने संदेश भेजकर ठग पहले लोगों को अपने झांसे में लेते हैं फिर उन्हें एकाउंट नंबर देकर पैसे डालने को कहते हैं। लालच में आकर कुछ लोग इनके झांसे में आ जाते हैं और ठगी को शिकार होते हैं। ऐसी ही एक कंपनी के झांसे में आकर शहर के एक निजी अस्पताल में काम करने वाला लैब टैक्निशयन दो लाख रुपए ठगी का शिकार हुआ। मामला पुलिस तक पहुंच चुका है तथा पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।

शहर के श्रीराम हास्पिटल में लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत अजीत मधु को उसके ई-मेल आईडी पर बीएआर डाट जोसेफआर्गन एज द रेट हाट मेल डाट काम से एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें लिखा था संदेश प्राप्त करने वाला लक्की विजेता है तथा एक मिलियन पाउंड इनाम जीता है। इनाम प्राप्त करने के लिए एक फार्म भरकर भेजने कहा गया था। ई-मेल के झांसे में आकर फार्म भरकर भेज दिया। उसके बाद ई-मेल पर ही जानकारी प्राप्त हुई कि 1 मिलियन पाउंड की राशि इनाम को पार्सल द्वारा भेजा जाएगा। 447010034827 नंबर से फोन आया कि इनामी राशि को पार्सल द्वारा भेजा जा चुका है।

इसके बाद फिर मोबाइल नंबर 09911490373 से फोन आया की पार्सल छुड़ाने कस्टम ड्यूटी 18700 रुपए लगेगी तथा राशि जमा करने एक बैंक का खाता नंबर भी दिया गया। इनाम पाने के लालच में पैसे जमा करा दिए। फिर अलग-अलग तीन बैंक खातों में क्रमश: 29320, 20 हजार, 30 हजार, 98020 रुपए जमा करवाने कहा गया। इसके बाद फिर से 447010034827 से फोन आया कि आपका पैसा ट्रांसफर करने के लिए सीओटी कोड चाहिए उसके लिए 3.10 लाख रुपए बैंक में जमा करवाना होगा। कंफर्मेशन के लिए मेल का पासवर्ड, ड्राइविंग लाइसेंस एवं निजी बैंक खाता क्रमांक की मांग की गई। बार-बार 3.10 लाख रुपए की मांग करने पर अजीत मधु को शंका हुई कि कहीं उसके साथ धोखा तो नहीं हो रहा है। शंका होने पर सूचना कांकेर पुलिस को दी।

क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला की अजीत मधु ने जिस बैंक खाता क्रमांक में पैसा जमा कराया है वे समस्त बैंक खाते मणिपुर इंफाल के है। इन खातों में जमा रकम का आहरण एटीएम के जरिए दिल्ली के विभिन्न एटीएम बूथों से किया गया है। कांकेर पुलिस ने इंफाल मणिपुर पुलिस को घटना से अवगत करवाया तथा जांच शुरू की है।

मैसेज से रहे सावधान

मोबाइल या ई-मेल आईडी पर इस तरह का कोई भी मैसेज या मेल आता है तो आम जनता उनसे सावधान रहें। कुछ चालाक गिरोह नागरिकों को ठगने इस तरह से मैसेज भेजते हैं। इनके झांसों में ना आएं तथा अन्य लोगों को भी इस दिशा में जागरूक करें।

राहुल भगत, पुलिस अधीक्षक, कांकेर

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