Monday, May 1, 2017

रिक्शेवाले ने बेटे को बनाया IAS, कभी दोस्त के पिता ने किया था बेइज्जत

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वाराणसी. 1 मई को इंटरनेशनल लेबर डे है। dainikbhaskar.com एक ऐसे रिक्शा चालक के बारे में बताने जा रहा है, जिसने अपने बेटे को IAS बनाया। बेटे का कहना है कि पिता ने कभी भी कोई कमी महसूस नहीं होने दी। वो खुद भूखा रहकर मेरा पेट भरते थे।

लोग देते थे ताने, ये रिक्शेवाला बेटे को IAS बनाएगा ?

- वाराणसी के रहने वाले नारायण जायसवाल ने बताया, ''मेरी 3 बेटी (निर्मला, ममता, गीता) और एक बेटा गोविंद है। अलईपुरा में हम किराए के मकान में रहते थे। मेरे पास 35 रिक्शे थे, जिन्हें किराए पर चलवाता था।''
- ''सब ठीक चल रहा था, इसी बीच पत्नी इंदु को ब्रेन हैमरेज हो गया, जिसके इलाज में काफी पैसे खर्च हो गए। 20 से ज्यादा रिक्शे बेचने पड़े, लेकिन वो नहीं बची।''
- ''पत्नी की मौत के समय बेटा गोविंद 7th क्लास में था। लेकिन मैंने हिम्मत नहीं छोड़ी। तीनों बेट‍ियों की शादी में सारे रिक्शे बिक गए, सिर्फ एक रिक्शा बचा, जिसे मैंने खुद चलाना शुरू किया, ताकि गोविंद की पढ़ाई अच्छे से हो सके।''
- ''पैसे नहीं थे, इसलिए बेटे के लिए सेकेंड हैंड किताबें खरीदकर लाता था। कई बार हम दोनों ने सूखी रोटी खाकर रात काटी, लेकिन बेटे ने कभी किसी चीज की मांग नहीं की। मैं खुद उसे रिक्शे पर बैठाकर स्कूल छोड़ने जाता था। लोग ताने भी देते थे कि देखो ये रिक्शेवाला बेटे को IAS बनाएगा ?''
- ''हरिश्चंद्र महाविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद 2006 में गोविंद सिविल सर्विस की तैयारी के लिए दिल्ली चला गया। वहां उसने ट्यूशन पढ़ाकर खुद का खर्च निकाला। 2007 में वो पहले ही अटेम्पट में IAS के लिए सिलेक्ट हो गया।''
- गोविंद की बड़ी बहन ममता कहती हैं, ''भाई बचपन से ही पढ़ने में तेज था। मां के देहांत के बाद भी उसने पढ़ाई नहीं छोड़ी। उसके दिल्ली जाने के बाद पिता जी बड़ी मुश्क‍िल से पढ़ाई का खर्च भेज पाते थे। घर की हालत देख भाई ने चाय और एक टाइम का टिफिन भी बंद कर दिया था।''

जब दोस्त के पिता ने धक्के मारकर कर दिया था घर से बाहर


- गोविन्द ने बताया, ''बचपन में एक बार दोस्त के घर खेलने गया था, उसके पिता ने मुझे कमरे में बैठा देख धक्के मारकर बाहर कर दिया और बोला- दोबारा घर में घुसने की हिम्मत न करना। उन्होंने ऐसा सिर्फ इसलिए किया क्योंकि मैं रिक्शाचालक का बेटा था।''
- ''उस दिन से किसी भी दोस्त के घर जाना बंद कर दिया। उस समय मेरी उम्र 13 साल थी, लेकिन उसी दिन ठान लिया कि मैं IAS ही बनूंगा, क्योंकि यह सबसे ऊंचा पद होता है।''
- ''हम 5 लोग एक ही रूम में रहते थे। पहनने के लिए कपड़े नहीं थे। बहन को लोग दूसरों के घर बर्तन माजने के ताने देते थे। बचपन में दीदी ने मुझे पढ़ाया।''
- ''दिल्ली जाते समय पिता जी ने गांव की छोटी सी जमीन बेच दी। इंटरव्यू से पहले बहनों ने बोला था कि अगर सिलेक्शन नहीं हुआ तो परिवार का क्या होगा। फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी और फैमिली के विश्वास को अपना लक्ष्य बना लिया।''
- ''आज मैं जो कुछ भी हूं पिता जी की वजह से हूं। उन्होंने मुझे कभी अहसास नहीं होने दिया कि मैं रिक्शेवाले का बेटा हूं।''
- बता दें, गोविंद जायसवाल 2007 बैच के IAS हैं। उनका फर्स्ट अटेम्ट में ही 48वां रैंक आया था। वर्तमान में वह गोवा में 3 पद सेकेट्री फोर्ट, सेकेट्री स्किल डेवलपमेंट और इंटलीजेंस के डायरेक्टर पद पर तैनात हैं। इनकी शादी 2011 में IPS चंदन से हुई थी, वो भी गोवा में ही तैनात हैं।
- किराए के एक कमरे में रहने वाला गोविंद का परिवार अब वाराणसी शहर में बने आलीशान मकान में रहता है।

Sunday, October 25, 2015

हाथों की लकीरें से जानिए, कौनसा कॅरियर आपके लिए है "लकी" - See more at: http://www.patrika.com/news/horoscope/know-which-field-is-better-for-you-seeing-your-handlines-1002346/?utm_source=Facebook&utm_medium=Social#sthash.qLHMt569.dpuf

सामुद्रिकशास्त्र यानी हस्तरेखा विज्ञान से व्यक्ति की हथेली में स्थिति रेखाएं, विभिन्न पर्वत, चिह्न, नाखून, अंगूठे और अंगुलियों की सहायता से व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन के बारे में जाना जा सकता हैं। हस्तरेखा विज्ञान के द्वारा व्यक्ति के कॅरियर के बारे में भी अध्ययन कर यह पता लगाया जा सकता है कि वह भविष्य में किस क्षेत्र में जा सकता है।
शिक्षक : जिस व्यक्ति की मस्तिष्क रेखा स्पष्ट, गहरी तथा भाग्य रेखा व सूर्य रेखा भी हो और गुरू पर्वत उभरा हो तो वह शिक्षक बन सकता है।
इंजीनियर : इंजीनियरिंग का मूल कारक ग्रह शनि होता है। जिस व्यक्ति के हाथ में शनि पर्वत उभरा हुआ हो तथा इस पर्वत पर अनेक खड़ी रेखाएं हों साथ ही भाग्य रेखा शनि पर्वत पर समाप्त हो वह इंजीनियर बन सकता है।
उद्योगपति : जिस व्यक्ति की हथेली में अंगूठा 90 डिग्री से अधिक कोण बनाए, कनिष्ठिका अंगुली लम्बी हो, मस्तिष्क रेखा स्पष्ट हो, बुध, सूर्य और शनि पर्वत उभरे हो तो जातक के फैक्ट्री का मालिक, व्यापारी और उद्योगपति होने की संभावना बढ़ती है।
डॉक्टर : जिस हथेली में बुध पर्वत स्पष्ट उभरा हो और इस पर्वत पर तीन या चार रेखाएं खड़ी हों, कनिष्ठिका अंगुली अनामिका के तृतीय पर्व को स्पर्श करे तो व्यक्ति चिकित्सा के क्षेत्र में जाता है। यदि मंगल पर्वत भी उभरा हुआ हो तो सफल सर्जन की संभावना बनती है। सूर्य रेखा स्पष्ट हो तो चिकित्सक बनकर सफलता व प्रसिद्धि का योग भी होता है।
अभिनेता : जिस व्यक्ति के हाथ की सभी अंगुलियां कोमल और ढलवा हों, अनामिका अंगुली अधिक लम्बी न हो, सूर्य तथा शुक्र पर्वत उभरे हों, सूर्य और भाग्य रेखा निर्दोष हो तो ऎसा व्यक्ति सफल अभिनेता बनता है।
राजनेता : हथेली में सूर्य रेखा पर वृत्त, चतुर्भज का चिह्न हो, एक शाखा मंगल पर्वत पर और दूसरी मस्तिष्क रेखा से मिले व पर्वतों का उभार ठीक हो तो ऎसा व्यक्ति मंत्री, सत्ता के शीर्ष पद तक पहुंच सकता है।
उच्च अधिकारी : जिसकी हथेली में कनिष्ठिका, अनामिका अंगुली का तीसरा पोर स्पर्श करे या उससे ऊपर निकल जाए, सूर्य पर्वत स्पष्ट उभार लिए हो, साथ ही सूर्य रेखा गहरी, सूर्य पर्वत पर त्रिभुज, चतुर्भज, नक्षत्र का चिह्न हो तो व्यक्ति आईएएस बन सकता है। जिन हाथों में कनिष्ठिका, अनामिका के तृतीय पर्व को स्पर्श करे, मंगल पर्वत या जीवन रेखा से निकली कोई रेखा सूर्य पर्वत को स्पर्श करे तो उच्च अधिकारी बन सकता है।
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Friday, July 27, 2012

अगर आप ले रहे हैं 'विटामिन' तो यह खबर खोल सकती है आपकी आंखें

एक नई स्टडी ने मेडिकल जगत समेत आम लोगों में हलचल मचा दी है। इसके मुताबिक अधिक मात्रा में विटामिन सप्लीमेंट्स सेहत के लिए अच्छे नहीं हैं। इन्हें खाने से पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की आशंका बढ़ जाती है।

 स्टडी में शामिल विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन सप्लीमेंट्स लेने के बजाय उनके प्राकृतिक स्रोत यानी फल-सब्जियों का सेवन करना ज्यादा सही है। अगर सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत पड़े भी, तो विशेषज्ञ से सलाह-मशविरा के बाद बताई गई मात्रा में ही उनका सेवन करें।

विटामिन ए से फ्रैक्चर

दावा:विटामिन ए से दिल की बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। इसकी ज्यादा मात्रा से हिप फ्रैक्चर का खतरा भी बढ़ता है, खासकर महिलाओं में।
आधार: विटामिन ए के ज्यादा सेवन से शरीर द्वारा कैल्शियम को जज्ब करने की क्षमता प्रभावित होती है। इसका असर हड्डियों की सेहत पर पड़ता है।
जरूरी क्यों:विटामिन ए दृष्टि समेत शरीर के प्रतिरोधी तंत्र के लिए बहुत जरूरी है। ये ऊतकों को स्वस्थ रखता है। इसकी कमी से दृष्टिदोष बढ़ता है। बेहतर होगा बीटा केरोटिन युक्त मल्टीविटामिन खरीदें, जो एक ऑर्गेनिक कंपाउंड होता है।
प्राकृतिक स्रोत:गाजर, पालक, लाल मिर्च, टमाटर, नारंगी, आड़ू, अंडे और दुग्ध उत्पाद।
विटामिन बी 6 से अनिद्रा
दावा:विटामिन बी 6 का सेवन करने से न सिर्फ आधी रात को नींद खुल जाती है, बल्कि यह बेतरतीब सपनों का भी कारण है।
आधार: विटामिन बी 6 ट्रिप्टोफैन को सेरोटोनिन हार्मोन में बदलने में मदद करता है। यह हार्मोन नींद के चक्र को व्यवस्थित रखता है। इसके स्राव में गड़बड़ी से नींद की मात्रा में कमी आती है।
जरूरी क्यों: इसकी कमी से त्वचा, नाड़ी, म्यूकस मैंब्रेन और सकरुलेटरी सिस्टम प्रभावित होते हैं। ये ऊतकों के निर्माण के लिए भी जरूरी है।
प्राकृतिक स्रोत:पनीर, अंडे, मेवे, साबुत अनाज, बींस और फलीदार सब्जियां।
विटामिन सी से कैंसर
दावा:विटामिन सी के ज्यादा सेवन से डीएनए क्षतिग्रस्त होते हैं। इससे कैंसर और आर्थराइटिस की आशंका बढ़ती है।
आधार: 500 मिलीग्राम या इससे ज्यादा होने पर विटामिन सी प्रो-ऑक्सीडेंट बन जाता है। इससे कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होती हैं।
जरूरी क्यों: शरीर में इसकी कमी से त्वचा से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं। यही नहीं, हार्ट अटैक समेत रक्त वाहिनियों से जुड़ी अन्य परेशानियां भी सामने आती हैं। थकान ज्यादा महसूस होती है और बीमारी जल्दी-जल्दी घेरती है।
प्राकृतिक स्रोत:अमरूद, किवी, पपीता, नींबू, नारंगी और स्ट्रॉबेरी।
विटामिन डी से किडनी पर असर
दावा: विटामिन डी की अधिक मात्रा से किडनी और उसके ऊतक क्षतिग्रस्त होते हैं। इससे फ्रैक्चर होने की आशंका बढ़ती है।
आधार: विटामिन डी की अधिकता से खून और पेशाब में कैल्शियम का स्तर बढ़ता है। इससे किडनी में स्टोन बनते हैं।
जरूरी क्यों: इसकी कमी स्ट्रोक की आशंका बढ़ाती है। शरीर सही तरीके से काम नहीं करता, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापे की समस्या आ घेरती है। यही नहीं, इसकी कमी जोड़ों में दर्द देने समेत हड्डियों को कमजोर (ऑस्टियोपोरोसिस रोग) बनाती है।
विटामिन के से लिवर पर असर
दावा:विटामिन के कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स के काम में रुकावट डालता है। इसके सेवन से कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होने लगती हैं। ज्यादा मात्रा एनीमिया, पीलिया और खून पतला होने की आशंका बढ़ाती है।
आधार:खून में इसकी ज्यादा मात्रा से लाल रक्त कोशिकाएं टूटने लगती हैं। इसकी परिणति लिवर की समस्या के रूप में सामने आती है।
जरूरी क्यों:यह हड्डियों को मजबूती देने समेत खून को गाढ़ा बनाए रखता है। इसकी कमी से ऑस्टियोपोरोसिस और ब्लीडिंग होने लगती है।

Thursday, July 26, 2012

खून की कमी दूर हो जाएगी... सिर्फ पंद्रह मिनट में

शरीर में खून की कमी हो जाने पर रोगी कमजोरी, थकावट, शक्तिहीनता और चक्कर जैसी कई समस्याएं हो सकती है। अगर आपको भी ऐसी कोई समस्या है तो लोहतत्वों की कमी को पूरा करने के लिए सेब, अंजीर, मुनक्का, अनार, पपीता व सब्जी में पालक, मेथी, गाजर, बथुआ, चुकंदर, खूबानी आदि को रात्रि में लोहे की कड़ाही में पानी के साथ 6 घंटे भिगोने के बाद प्रयोग करें, ऎसा करने से तेजी से खून में आयरन की मात्रा बढ़ेगी। साथ ही रोजाना 15 मिनट वरूण मुद्रा करें तो जल्द ही खून की कमी पूरी हो जाएगी।
कैसे बनाएं वरूण मुद्रा- किसी समतल स्थान पर आसन बिछाकर सुखासन में बैठ जाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें। सबसे छोटी अंगुली तथा अंगूठे के पोर को मिलाकर शेष अंगुलियों को सीधा रखा जाए तो वरूण मुद्रा बनती है। इस मुद्रा  का अभ्यास रोजाना पंद्रह मिनट करें।

लाभ - यह मुद्रा रक्त संचार संतुलित करने,चर्मरोग से मुक्ति दिलाने, रक्त की न्यूनता (एनीमिया) दूर करने में सहायक है। वरुण मुद्रा के नियमित अभ्यास से शरीर में जल तत्व की कमी से होने वाले अनेक विकार समाप्त हो जाते हैं। जल की कमी से ही शरीर में रक्त विकार होते हैं।यह मुद्रा त्वचा को सुन्दर बनाती है।

Wednesday, July 25, 2012

रखिए ये शॉर्टकट्स याद और बिना माउस कीजिये कंप्यूटर पर काम!


अगर आपसे कंप्यूटर पर माउस के बगैर काम करने को कहा जाए, तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? आपको न सिर्फ अजीब लगेगा, बल्कि ऐसा कहने वाले की समझ पर भी आप सवालिया निशान लगा सकते हैं, लेकिन विंडोज और दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम्स पर अधिकांश काम माउस के बिना भी किए जा सकते हैं। हालांकि कुछ कामों में माउस की जरूरत पड़ती है।

माय कंप्यूटर: WINDOWS KEY + E के से आप My Computer खोल सकते हैं।

फाइल कॉपी: कंट्रोल बटन दबाए रखते हुए किसी भी फाइल को माउस से ड्रैग करें। उसकी एक और कॉपी बन जाएगी।

शॉर्टकट बनाएं: Control+Shift को दबाते हुए माउस से किसी भी प्रोग्राम, फाइल, फोल्डर, ड्राइव को ड्रैग करें। इसका शॉर्टकट हाजिर हो जाएगा।

सिस्टम लॉक: काम करते-करते कहीं जाना पड़े तो Windows+L बटन दबाकर सिस्टम को लॉक करके जाएं। यह तभी काम करेगा जब कोई विंडो खुली हो और कंप्यूटर किसी पासवर्ड से खुलता हो।

परमानेंट डिलीट: डिलीट की हुई फाइलें सिस्टम से पूरी तरह डिलीट नहीं होतीं, बल्कि रिसाइकिल बिन में चली जाती हैं, जहां से उन्हें दोबारा लाया जा सकता है। अगर किसी फाइल को हमेशा के लिए डिलीट करना है तो Shift+Delete कॉम्बिनेशन आजमाएं।

राइट माउस क्लिक: अगर माउस को राइट क्लिक किए बिना उसका काम करना चाहते हैं तो Shift+F10 को आजमाएं।

स्टार्ट मेन्यू: माउस को हाथ लगाए बिना स्टार्ट मेन्यू खोलने के लिए Control+Esc का इस्तेमाल करें।

फाइल री-नेम: किसी फाइल या फोल्डर को री-नेम करने के लिए माउस को राइट क्लिक कर सिर्फ F2 दबाकर देखें।

फाइल सर्च: किसी फाइल को खोजना चाहते हैं, तो F3 को दबाकर सर्च विंडो खोलें।

प्रॉपर्टीज: किसी फाइल, फोल्डर या ड्राइव आदि की प्रॉपर्टीज देखने के लिए Alt+Enter दबाएं।

विंडोज करें मिनिमाइज: डेस्कटॉप पर बहुत सारे प्रोग्राम खुले हों, तो सबको एक साथ मिनिमाइज करने के लिए Windows Key+M यूज करें।

विंडोज करें मैक्सिमाइज: मिनिमाइज किए हुए सभी प्रोग्राम्स और फाइलों को मैक्सिमाइज करने के लिए Windows Key +shift+M को आजमाएं।

विंडोज नेविगेशन: डेस्कटॉप पर खुले कई सारे डॉक्युमेंट्स या प्रोग्राम्स में से किसी एक को सिलेक्ट करने के लिए Alt+Tab को बार-बार दबाकर देखें।

प्रोग्राम बंद करें: किसी भी चल रहे प्रोग्राम को बंद करने के लिए Alt+F4 दबाएं।

मल्टिपल सिलेक्ट: एक से ज्यादा फाइलों को Copy Move करना हो, तो उनकी सूची में पहली फाइल पर जाने के बाद Shift दबाएं और अब Arrow बटन दबाकर ऊपर-नीचे बढ़ते जाएं। किसी डॉक्युमेंट में एक से ज्यादा लाइनों को सिलेक्ट करने के लिए भी Shift+Arrow की मदद लें।

एड्रेस बार की सूची: माय कंप्यूटर या इंटरनेट एक्सप्लोरर में एड्रेस बार में मौजूद दस्तावेजों या वेब यूआरएल की सूची को खोलने के लिए F4 दबाएं।

पेज रिफ्रेश: अगर My Computer या Desktop या Internet Explorer को Refresh करना चाहते हैं तो F5 दबाएं।

टास्क बंद करें: किसी भी सॉफ्टवेयर में काम करते समय खुलने वाले डायलॉग बॉक्स (जैसे क्या आप वाकई यह फाइल डिलीट करना चाहते हैं?) को बंद करने और उसे कैंसल करने के लिए Escape बटन दबाने से भी काम चल जाता है। इसी तरह, ‘हां’ के लिए Enter दबाना काफी है।

मेन्यू खोलें: किसी भी सॉफ्टवेयर के मेन्यू में Alt दबाने के बाद अंडरलाइन किए हुए अक्षरों (जैसे फाइल में एफ और एडिट में ई) पर क्लिक करने से वह मेन्यू खुल जाएगा। उसके बाद सब-मेन्यू में दिए गए बटन भी इसी तरह खोले जा सकते हैं।

कंप्यूटर सर्च: अगर आप अपने नेटवर्क में मौजूद किसी खास कंप्यूटर को खोजना चाहते हैं, तो Control+Windows Logo+F का इस्तेमाल करें। प्रिंटआउट: ज्यादातर सॉफ्टवेयर्स में Control+P कीज दबाने पर प्रिंट आउट डायलॉग बॉक्स खुल जाता है।

इन शॉर्टकट्स की मदद से कंप्यूटर पर काम करना कहीं ज्यादा आसान और तेज गति में हो जाएगा।

इन तीन मोबाइल नंबरों को न उठाएं कभी, नहीं तो फंस जाएंगे आप


सावधान! अगर आपके मोबाइल पर 11 अंकों का मिस्ड कॉल आए तो आप उसे अपने परिचित का नंबर समझकर कॉल बैक न करें। ऐसा करने पर कॉल रिसीव होते ही आपके खाते से एक मिनट में तीस रुपए से लेकर दो सौ रुपए तक कट सकते हैं। यदि भाग्यशाली विजेता का मैसेज भी आए तो उसका जवाब नहीं दें। ऐसा करने से आप धोखा खा सकते हैं।

महिलाएं व युवा जल्दी आते हैं झांसे में

कई निजी कंपनियां एसएमएस के माध्यम से तरह-तरह प्रलोभन देकर लोगों को फंसाने का प्रयास करती हैं। इन कंपनियों के झांसे में सबसे ज्यादा महिलाएं व युवा आते हैं। मिस्ड कॉल आते ही वह नंबरों की जांच किए बगैर ही नंबर डायल कर देते हैं। बाद में राशि कटने पर उन्हें पछतावा होता है। कई युवा पैसों के लालच में आकर कंपनियों को एसएमएस कर अपनी गोपनीय जानकारियां दे देते हैं।

उत्तरी यूरोप से आ रही हैं कॉल

जिन उपभोक्ताओं के मोबाइल पर +371 से शुरू होने वाले नंबर से मिस कॉल आ रही है, वे उत्तरी यूरोप का आईएसडी कॉल हैं। यहां कॉल करने पर एक मिनट में तीस रुपए की राशि कटती है। इससे पहले भी उपभोक्ताओं के मोबाइल पर +380 से 11 डिजिट के कॉल आए थे।

एक मिनट में कट गए 30 रुपए

सुरेंद्र सरीन के मोबाइल फोन पर +37127691038 से मिस कॉल आया। सुरेंद्र ने किसी परिचित का नंबर समझकर कॉल बैक किया। कॉल रिसीव होते ही एक मिनट में तीस रुपए कट गए, जबकि सामने से दो लड़कियों के आपस में बात करने की आवाज सुनाई दे रही थी।

रिटर्न मैसेज न करने से बच गए रुपए

वायके मिश्रा के मोबाइल फोन पर +३71276903580 से मैसेज आया। उसमें लिखा था कि आपका नंबर दस भाग्यशाली विजेताओं में आया है। आपको 20,000 पाउंड का इनाम मिलेगा। आप अपना नाम, पता फोटो तथा अन्य जानकारियां उक्त नंबर पर भेज दें। लेकिन उन्होंने मैसेज नहीं भेजा।

इन नंबर पर कॉल बैक नहीं करें

- + 37127691038

- + 37127690358

- + 37181045133

नोट: यह वे नंबर हैं, जिनसे शहरवासियों के मोबाइल फोन पर कॉल आ रहे हैं।

क्या - क्या रखें सावधानियां

- अपरिचित नंबर को न रिसीव करें और न ही डायल करें।

- भारत में सिर्फ 10 डिजिट की सीरीज है। 11 अंकों का नंबर डायल नहीं किया जाए।

- अगर कोई कंपनी एसएमएस के माध्यम से किसी प्रकार का लालच देती है तो उसके बहकावे में न आए।

एसएमएस से दी थी समझाइश

11 नंबर का कॉल आईएसडी होता है। बीएसएनएल ने पूर्व में अपने उपभोक्ताओं को एसएमएस से ऐसे नंबरों पर कॉल बैक न करने की समझाइश दी थी। कॉल रिसीव होने से उपभोक्ता के खाते से आईएसडी दर से राशि कटती है।

Saturday, July 21, 2012

99% इंटरनेट यूजर अनजान हैं इस खतरे से, यह जानलेवा भी हो सकता है!

सोशल नेटवर्क साइट पर साइबर क्राइम की संख्या नागपुर में अधिक पाई जाती है। सूचना, प्रौद्योगिकी के विस्तार के साथ ही देश में इंटरनेट यूजर की संख्या 12 करोड़ तक पहुंच गई है।

इनमें से 99 प्रतिशत यूजर साइबर क्राइम से आज भी अनजान हैं। इंटरनेट का प्रयोग जितना फायदेमंद है, उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। उक्त जानकारी इंटेलिजेंट कोशिएंट सिक्यूरिटी सिस्टम के सीईओ डा. हेरॉल्ड डिकोस्टा ने धंतोली स्थित पत्रकार भवन में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।

असली-नकली ई-मेल पहचानें डा. डिकोस्टा ने बताया कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसमें थोड़ी सी लापरवाही आपके जी का जंजाल बन सकती है।

इसके लिए इंटरनेट यूजर को असली और नकली ई-मेल तथा एसएमएस की पहचान होनी आवश्यक है। उन्होंने मिसाल के तौर पर बताया कि माइकल जैक्सन की मौत नकली ई-मेल के कारण हुई।

जैक्सन लंबे समय से एक डॉक्टर से अपनी बीमारी का इलाज करा रहे थे। इसके लिए वे डॉक्टर के साथ इंटरनेट के माध्यम से संपर्कमें थे। डॉक्टर बीमारी के लक्षण बताने पर उन्हें इंटरनेट से ही दवाइयां लेने की सलाह देता था।

जैक्सन की मौत दवाइयों से होने का पोस्टमार्ट में खुलासा हुआ। जांच में पता चला की जिन दवाइयों से जैक्सन की मौत हुई, वह दवाइयां उनके डॉक्टर की ई-मेल आईडी हैक कर किसी दूसरे व्यक्ति ने जैक्सन की आईडी पर मेल भेजा था।

डॉक्टर का मेल समझकर जैक्सन ने दवाइयां खाईं और उनकी मौत हो गई। जैक्सन यदि असली और नकली ई-मेल में अंतर समझते तो शायद उनकी मौत टल सकती थी। आईटी एक्ट में 80 प्रतिशत अपराध जमानती : डा. डिकोस्टा ने बताया कि भारत में 12 करोड़ लोगों द्वारा इंटरनेट का प्रयोग किया जाता है।

इसमें से 99 प्रतिशत लोगों को अभी तक पता नहीं है कि साइबर क्राइम कैसे होता है। नागपुर में सोशल नेटवर्क जैसे- फेसबुक, ऑर्कुट के माध्यम से होने वाले साइबर क्राइम की संख्या अधिक है। जिन लोगों के सोशल नेटवर्क साइट पर एकाउंट हैं, उनमें से 72 प्रतिशत लोगों द्वारा अपनी पूरी जानकारी नेटवर्क पर डाली जाती है, जो गंभीर बात है।

उन्होंने बताया कि आईटी एक्ट 80 प्रतिशत जमानती अपराध है। इस कानून को कठोर बनाने के लिए इसमें सुधार की आवश्यकता है। वार्ता के दौरान विधान शर्मा, राकेश शर्मा, डा. दत्ता, श्रमिक पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रदीप मैत्रेय उपस्थित थे।

पहले देखें एचटीटीपीएस संकेत

उन्होंने अपने ई-मेल आईडी का दुरुपयोग टालने के लिए साइट पर एचटीटीपीएस संकेत की पुष्टि करने के बाद ही ई-मेल करने का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि ई-मेल आईडी का इस्तेमाल किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है। साइबर कैफे में भी दूसरों के ई-मेल आईडी का दुरुपयोग किया जा सकता है। इसके लिए विविध प्रकार के सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जा रहा है।