Tuesday, January 10, 2012

आपके ही घर में छुपा है किस्मत और पैसा डबल करने का राज


जी हां आपको यकीन नहीं होगा कि इतना बड़ा राज आपके ही घर में छुुपा हो सकता है, लेकिन ये सच है। अगर आप गोर करें तो आपको पता चल जाएगा कि कैसे आसानी से पैसा और किस्मत डबल कर सकते हैं।

पैसा, धन, रुपए की जरूरत आज सभी को है, इसे हासिल करने के लिए कई प्रकार के जतन किए जाते हैं। कई लोगों की किस्मत में थोड़ी मेहनत के बाद ही काफी धन प्राप्त हो जाता है लेकिन कुछ लोग कड़ी मेहनत करते हैं फिर भी उन्हें पर्याप्त पैसा नहीं मिल पाता है। ऐसे में वास्तु के अनुसार कुछ ऐसी टिप्स बताई गई हैं जिससे आपके परिवार की ओर महालक्ष्मी की कृपा बढ़ेगी, फिर मिलेगा धन ही धन।

वास्तु के अनुसार सबसे अधिक जरूरी है कि घर सभी चीजे सही जगह पर रखी रहें अन्यथा गरीबी का निवास बहुत जल्दी हो जाता है। इसलिए इन बातों को अपनाएं...

कौन सी वस्तु कहां रखें



- सोते समय सिर दक्षिण में पैर उत्तर दिशा में रखें। या सिर पश्चिम में पैर पूर्व दिशा में रखना चाहिए।

- अलमारी या तिजोरी को कभी भी दक्षिणमुखी नहीं रखें।

- पूजा घर ईशान कोण में रखें।

- रसोई घर मेन स्वीच, इलेक्ट्रीक बोर्ड, टीवी इन सब को आग्नेय कोण में रखें।

- रसोई के स्टेंड का पत्थर काला नहीं रखें।

- दक्षिणमुखी होकर रसोई नहीं पकाए।

- शौचालय सदा नैर्ऋत्य कोण में रखने का प्रयास करें।

- फर्श या दिवारों का रंग पूर्ण सफेद नहीं रखें।

- फर्श काला नहीं रखें।

- मुख्य द्वार की दाएं ओर शाम को रोजाना एक दीपक लगाएं।

इन बातों को अपनाने निश्चित की धन संबंधी कई परेशानियां दूर होंगी।

Monday, January 2, 2012

सावधान! सिम खरीदने से पहले इस खबर को पढ़ लें, वरना फंस सकते हैं बुरा!


सावधान! हो सकता है, आपके द्वारा जमा की गई फार्मेलिटी पर डिस्ट्रीब्यूटर ने कुछ दूसरे लोगों को भी सिम जारी कर दिया हो। इनमें कोई अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति भी हो सकता है। अगर ऐसा हुआ होगा तो तय है कि किसी न किसी दिन आपके सिर पर किसी और के द्वारा किए गए किसी अपराध का ठीकरा फूट सकता है। क्योंकि आपके द्वारा जमा की गई फार्मेलिटी पर डिस्ट्रीब्यूटर ने किसी और को भी सिम जारी कर दिया है इसलिए पुलिस सीधे आप तक ही पहुंचेगी।

सूत्रों के अनुसार डिस्ट्रीब्यूटर को सिम की बिक्री करने हर महीने टार्गेट दिया जाता है, जिसे पूरा करने उसके द्वारा उपभोक्ता के द्वारा जमा की गई फार्मेलिटी के साथ छेड़छाड़ की जाती है। सूत्रों का कहना है कि फार्मेलिटी का आदान-प्रदान एक शहर से दूसरे शहर भी किया जाता है। जगह-जगह स्टाल लगाकर मु त में सिम और साथ में 25 से लेकर 50 रुपए तक का टाक टाइम आफर देने वालों के पास सौ-दो सौ रुपए में बिना फार्मेलिटी के भी सिम हासिल किया जा सकता है। ऐसे ड्रिस्ट्रीब्यूटर किसी और की फार्मेलिटी के आधार पर सिम जारी करते हैं।

ग्राहकों से आईडेंटी प्रूफ के लिए डिस्ट्रीब्यूटर आवश्यक दस्तावेज लेता है। इन दस्तावेजों को फोटोकापी कराकर डिस्ट्रीब्यूटर अपने पास रख लेता है, जिसके आधार पर बाद में किसी अन्य का सिम को एक्टीवेट कर दिया जाता है। नियम के मुताबिक एक आईडेंटी प्रूफ को अधिकतम 7 बार उपयोग किया जा सकता है। वहीं एक उपभोक्ता एक ही कंपनी का अधिकतम 7 सिम रख सकता है। कंपनी भी संबंधित व्यक्ति की पोजीशन देखकर सात सिम उपलब्ध कराती है।

युवा वर्ग करते हैं अधिक उपयोग

आजकल के युवाओं में फर्जी नाम से हासिल सिम उपयोग करने की आदत सी बनते जा रही है। इस सिम के मार्फत युवा वर्ग अपनी गर्ल फ्रेंड्स और अन्य लोगों से बात करते हैं, जिससे उन्हें पकड़े जाने का डर नहीं रहता। सबसे अधिक फर्जीगिरी रिम और स्मार्ट में होती है, क्योंकि इनमें फ्री टाकटाइम वाली कई स्कीम होती है। डिस्ट्रीब्यूटर से सांठगांठ कर युवा वर्ग दूसरे की फार्मेलिटी के आधार पर सिम ले लेते हैं।

अपराध को बढ़ावा

फर्जी सिम के जरिए महिलाओं, युवतियों के साथ अश्लील संवाद करने से लेकर फिरौती अथवा जान से मारने आदि की धमकी बेखौफ दी जा सकती है। ऐसे मामलों में पुलिस चाहकर भी अपराधी तक नहीं पहुंच सकती। पिछले दिनों क्राइम ब्रांच की टीम के सामने हत्या, लूट जैसे कई मामलों की जांच के दौरान ऐसी बाते सामनें आई।